आयुर्वेद में इसे गन्धर्व, हस्त वर्धमान ,आदि नामो से जाना जाता है इसके बीजो से (अरंडी का तेल ) निकाला जाता है ये केवल पेट साफ करने की औषधि नहीं है ,यह श्रेष्ठ आयुर्वेदिक औषध वनस्पति है अलग -अलग बीमारियों में बहुत लाभ देती है वात दोष और कफ को काम करने के लिए बेहतर वनस्पति है खाश कर यह कफ के कारण बढे दोष(जोड़ो के दर्द ,बालो की समस्या ,पाचन के लिए ) इन सभी में बहुत गुणकारी औषधि है,
Medicinal properties / उपयोग
एरंड पचने में गुरु (भारी ),गर्म स्वाभाव का ,मुलायम होता है इसे शोथहर (सूजन कम ) करने में ,वेदनास्थापक
(शरीर के दर्द )को कम करने में लाभ देता है यह अर्थराइटिस (गठिया )में श्रेठ औषधि है ,अर्थराइटिस में अरंडी
के तेल को एरंड के पत्तो पर लगा कर तवे पर गर्म करके लगाने से बहुत आराम दिलाता है।
अरंडी तेल (castor oil ) के फायदे
यह कॉन्स्टिपेशन /कब्ज ,hard stool जैसी परेशानियों में रात को सोने से पहले दो चम्मच अरंडी के तेल को गर्म पानी के साथ लेने से बहुत अच्छा लाभ मिलता है। साथ ही यह आंतो की शुद्धि /body को डिटोक्स करने मेंसर्वोत्तम मान जाता है (वात और उदर रोगो ( पेट )के रोगो में /कृमि( पेट के कीड़ो )को बाहर निकालने में मदद करता है