लाभ /फ़ायदे
Digestive System ,देशी गाय के घी को खाना अच्छे digetion के लिए बहुत जरुरी है,आयुर्वेद में अग्नि का बहुत महत्व है और 13 प्रकार की अग्नि बताई है इसमें से भी सबसे पहले (जठराग्नि ), गाय का घी जठराग्नि /पाचन को बढ़ता है , गो घृत खाने का पचन बहुत अच्छे से करता है और पेट से सम्बंधित बीमारियों से बचाता है ,ये शरीर से पित्त को कम करता है ,जिस वजह से एसिडिटी,कॉन्स्टिपेशन ,हार्ड स्टूल जैसी समस्या हो जाती है ये मल प्रवृति को ठीक से होने में मदद करता है।
आयुर्वेद में बताया गया है ,शस्तं धीस्मृतीमेधा यानि घी का सेवन आप करते है तो इसके कारण आपकी
बुद्धि ,स्मरण शक्ति ,धारण शक्ति को बढ़ाता है कंसन्ट्रेशन पावर ,मेमोरी पॉवर को बढ़ाने में मदद करता है
अच्छी नींद, स्ट्रेस ,चिंता ,डिप्रेशन में काफी फायदेमंद है इस प्रकार घी हमें मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करने में
मदद करता है
गोघृत प्रयोग विधि
देशी गाय का घी खाने में रोज इस्तेमाल करना चाहिए जैसे दाल ,सब्जी आदि में घी का छोंका दे सकते हैइसको इसके रोटी पर लगाकर खाने से हमारे स्वाथ्य के लिए बहुत फायदे मिलते है अभ्यंतर सेवन( खाने ) के रूप में इस्तेमाल करने के अलावा बाह्य (बाहर) से भी इस्तेमाल कर सकते है,जैसे पादाभ्यंग/पेरो में गाय के घी को हल्का गुनगुना करके मालिस करने बहुत सारे फायदे देखने को मिलते है ,अच्छी नींद ,चिंता,आदि से राहत दिलाने में
यहा तक की नश्य (नाक में घी की बूंद डालना )नश्य पंचकर्म चिकित्सा के बहुत फायदे है,
आयुर्वेद में बताया गया है की आयु ,युवा अवस्था को लिए लम्बे समय तक स्थिर रखने में मदद करता है,यह सभी के लिए फायदेमंद है। गाय का शरीर को डेटॉक्स करने के लिए एक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है
आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ दोषो के बारे में बताया जाता है ,घी वात पित्त को शरीर में बैलेंस करता है यह शरीर की एनेर्जी स्टेमिना को बढ़ाने में भी बहुत फायदे मंद है शरीर में किसी भी तरह की थकान से राहत दिलाता है शरीर में शुक्र धातु / वीर्य को बढ़ाने में भी मदद करता है ,