विडंगारिष्ट क्या है ?
यह एक आयुर्वेदिक दवा है ,मुख्य रूप से,पेट में होने
वाले कीड़े (वॉर्म)/कृमि की best एंटी -हेल्मेंथिक दवा है
यह आंत के कीड़ो का नाश करता है इसके आलावा विडंगारिष्ट
औषधि और भी बहुतरोगो में फायदेमंद है जैसे -पेट के दर्द,
जांघ के दर्द ,गुल्म (tumour),प्रमेह( gonorrhea),
भगन्दर(fistula),गण्डमाला(goiter),थाइरोइड आदि
रोगो में विडंगारिष्ट दिया जाता है।
उपयोग /फायदे
विडंग इसमें मुख्य घटक द्रव्य होने से यह
एंटी -हेल्मेंथिक,एंटी -माइक्रोबियल,
दवा है,विडंगारिष्ट के लगातार सेवन से पेट के
कृमि/कीड़े मर जाते है साथ ही यह पेट को साफ
व निरोग बनाता है ,यह आपके पाचन तंत्र
digestive system को स्वस्थ व मजबूत बनाते है,
जिससे आपकी भूख बढ़ती है।
आयुर्वेद के ग्रंथो में यह बताया गया है, कि अधिकतर रोग पेट
यानिweek digestion के कारण होते है ,जिसके लिए
आंतो का स्वस्थहोना जरुरी होता है ,विडंगारिष्ट का सेवन
गॉइटर में भी बहुत लाभप्रद है ,और बवासीर में विडंगारिष्ट के बहुत फायदे मिलते है।
जिन लोगो को पेशाब की समस्या होती हो
(पेट में पथरी होने पर)उन लोगो को भी इस औषधि
का सेवन करना चाहिए ,विडंगारिष्ट पेट के दर्द /abdominal pain में भी बहुत फायदे मिलते है।
विडंगारिष्ट सेवन विधि
इसको बच्चे या वयस्क दोनों ले सकते है ,विडंगारिष्ट का सेवन
पांच साल से अधिक आयु कोई भी ले सकता है बच्चों में यह
( 1 -2 चम्मच )और वयस्कों में (3-4 चम्मच) खाना खाने के
बाद गुनगुने पानी के साथ मिला कर लिया जाता है।