ब्राह्मी /Bacopa monnieri
ब्राह्मी एक तरह का मेडिसनल प्लांट (औषधीय पौधा )
,जो किआयुर्वेदिक औषधियो को बनाने में प्रयोग
होता है ,आयुर्वेदके ग्रंथो में ब्राह्मी को मेद्य रसायन
(बुद्धि वर्धक) /ब्रेन बूस्टर भी कहा गया है ,ब्राह्मी
को मण्डूकपर्णी /सरस्वती आदि अन्य नाम से जाता है
,ब्राह्मी लगभग सभी जगह खुद ही उग जाती है ज्यादातर यह+
नमी वाले स्थानों पर उगती है।
आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी लघु गुण से युक्त (यानि की
इसका पाचन शीघ्र) होता है ,स्वाद में यह कड़वी होती है
विशेष रूप से यह की आपकी स्मरणशक्ति को बढ़ाती है
गुण /उपयोग /लाभ
. ब्राह्मी मस्तिष्क /Brain को प्रोटेक्ट करती है और आपके
concentration power /एकाग्रता को बढ़ाने की एक
उत्तम औषधि है ,जिस कारण यह आपकी याददास को
बढ़ाने में मदद करती है,
. इसके साथ ही ब्राह्मी एलज़ाइमर की रोकथाम में विशेष
रूप से प्रभावी है,एलज़ाइमर एक ऐसी बीमारी है ,जिसमे
व्यक्ति अपनी याददाश्त भूलने लगता है उसकी याददाश्त
धीरे -धीरे कमजोर होने लगती है इस तरह के रोगो को रोकने
में ब्राह्मी बहुत उत्तम औषधि है।
. ब्राह्मी में एंटी-ऑक्सीडेंट ,एंटी-इन्फ्लामेट्री और
एंटी -कंवलजाइन्ट के गुण पाए जाते है जो मस्तिष्क
की कार्य क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है।
. ब्राह्मी 'चिंता ,तनाव ,अनिद्रा (जिनको नींद नहीं आती)
,जिन लोगो को मिर्गी (Epilepsy) के दौरे बार-बार पड़ते
हो ,ऐसे लोग अपनी मानसिक चेतना खो देते है ,ऐसे में ब्रह्मी
बहुत महत्वपूर्ण और गुणकारी औषधि है।
. ब्राह्मी की पत्तिया हजारो वर्षो पहले से ही मिर्गी के
दौरों के इलाज में प्रयोग की जा रही है, ब्रह्मी
मिर्गी के दौरों में तो प्रयोग की जा रही है ,साथ में
अन्य प्रकार के मानसिक विकारो में यह बहुत लाभकारी औषधि है।
. ब्रह्मी एक वल्य औषधि / शरीर को ताकत देने वाली
,और हृद्य यानि हार्ट को भी ताकत देने वाली औषधि है।
ब्राह्मी को आयुर्वेद में कफ नाशक माना जाता है इसी के
कारण हीब्रह्मी का प्रयोग अस्थमा ,ब्रोंकाइटिस जैसे रोगो
भी प्रयोग किया जाता है इसके साथ ही आयुर्वेद में ब्राह्मी
को ज्वर (बुखार)में कई अन्य औषधियों के साथ दिया
जाता है, बुखार में ब्राह्मी बहुत लाभकारी औषधि है।
. ब्रह्मी एक मेडिसनल प्लांट है ,तो इससे आयुर्वेदिक
औषधीयां बनती है ,जैसे ब्राह्मी वटी (टेबलेट्स /गोलिया )
,ब्राह्मी चूर्ण ,आदि औषधियों के रूप में फार्मा
कम्पनिया बनाती है।