महात्रिफला घृत /Mahatriphala ghrita आँखों की हर समस्या के लिए वरदान
महात्रिफला घृत आयुर्वेद की एक औषधि (घी ) है जो ,किसी भी प्रकार नेत्र रोगो में
सर्वोत्तम माना जाता है ,जो कि मोतिया बिंद और ग्लूकोमा जैसे नेत्र रोगो ठीक करता
है।
आयुर्वेद की (पंचकर्म चिकित्सा )में महात्रिफला घृत से नेत्र तर्पण /नेत्र वस्ति किया
जाता है 'जो आयुर्वेद की सर्वोत्तम नेत्र चिकित्सा मानी जाती है।
मुख्य घटक (Ingredient)-
त्रिफला (हरड़ ,बहेड़ा ,आंवला ),गाय का घी ,चंदन ,त्रिकटु ,हल्दी ,मुलेठी आदि द्रव्यो से मिल के बना है।
उपयोग / लाभ :-
सभी प्रकार के नेत्र रोगो में फायदेमंद है -
. आँखों का सूखा होना
. आँखों से पानी आना
. दूर व पास की नजर का कमजोर होना
. पलकों से सम्बंधित विकारो में
. आँखों का लाल होना व आँखों में दर्द होना
इसके अलावा आयुर्वेद में महात्रिफला घी का प्रयोग पाचन शक्ति को बढ़ाने
में होता है है ,जिनको भूख कम लगती है 'उनके पाचन तंत्र
को ठीक करने में भी लाभदायक सिद्ध होता है।