कुटज ( Antidysenterica) एक औषधीय पौधा है ,इस पौधे की छाल का प्रयोग इस औषध (कुटज ) पेट से संबंधित सभी रोगो के लिए बहुत गुणकारी औषधि है,
लाभ /उपयोग :-
.आयुर्वेद में कुटज के बीज और छाल का प्रयोग पेट के विकारो में होता है ,विशेष रूप से दस्त /अतिसार (डायरिया )
.संग्रहणी (डीसेंट्री ),पेचिश ,आँव ,आमातिसार के लिए बहुत ही उत्तम माना गया है।
.जिनको दस्त आव व पेचिस की शिकायत रहती है ,वे कुटज घन वटी( टेबलेट ) और कुटजारिष्ट (सिरप)
.इसके आलावा कुटज के बीज (इन्द्रजौ )का प्रयोग आयुर्वेद में पौरुषत्व को बढ़ाने वाला है ,
जिनको योन दुर्बलता की शिकायत होती है , उन लोगो में इन्द्र्जो का पाउडर काफी लाभदायक
सिद्ध होता है।
.जिनको दस्त की शिकायत ,और बार -बार पेट ख़राब, पेट में दर्द आदि में एक उत्तम आयुर्वेदिक औषधि है।