लाभ /फायदे
आयुर्वेद की कास चिकित्सा (खांसी )में सितोपलादि एक विशेष औषधि मानी जाती है ,जो किसी भी प्रकार की पुरानी खांसी ,जुखाम,साइनस ,अस्थमा में बहुत फायदेमंद है, इस चूर्ण को सभी उम्र के लोग ले सकते है साथ ही इसे डायबिटीज वाले मरीजों में भी बहुत गुणकारी माना जाता है। इसके अलावा tuberclosis में भी बहुत फायदेमंद है,
मात्रा /सेवन विधि
इसके लिए 2 -3 ग्राम सितोपलादि चूर्ण एक चम्मच शहद में मिलाकर इसका प्रयोग सुबह -श्याम किया जाता है। जब खासी सूखी रहती हो यानि खासी में कफ अटकता हो तब (2 -3 ग्राम) चूर्ण ,1 चम्मच शहद और 1/2 चम्मच घी के साथ सेवन करना चाहिए ,शहद योगवाही (यानि जिस भी औषधि के साथ देते है उस औषधि के गुणों को भी बढ़ता है)