शुद्ध शिलाजीत /purified shilajeet - शुद्ध शिलाजीत(purified shilajeet) जिसे गीली शिलाजीत भी कहतें हैं।शिला का अर्थ है- पहाड़ और जीत का अर्थ है -जादू। शिलाजीत एक प्राकृतिक(नेचुरल) औषधि(दवाई) है। ये गाढ़े भूरे रंग का होता है। इस आयुर्वेदक औषधि को बहुत तरह की बीमारियों के उपचार(ट्रीटमेंट) में इस्तेमाल किया जाता है। शिलाजीत बुढ़ापे में शरीर को स्वस्थ बनाने में सहायक होता है। यह खून की कमी को दूर करता है। यह शरीर में ब्लड का फ्लो तेज करता है। शरीर में ऊर्जा पैदा करता है, और चुस्त बनाये रखता है। पुरुषों में ताकत को बढ़ाता है,पुरुष हॉर्मोन (टेस्टोस्टरोन) को बनाने में मदद करता है।
कैसे निकलता है शिलाजीत -
शिलाजीत खासकर हिमालय, तिब्बत,गिलगिट क्षेत्र(area)की पहाड़ियों में पाया जाता है। सालों तक चट्टानों और पौधों के घटकों से मिलकर बनने वाला चट्टान के अंदर रहता है। जितने इसके गुण हैं, उतना ही मुश्किल इसे ढूंढ़ना है। क्यूंकि ये आसानी से नहीं मिलता यह हिमालय क्षेत्र की ऊँची ऊँची चोटियों में मिलता है ,और मुश्किलों से इसे निकाला जाता है। जो व्यक्ति शिलाजीत को निकालतें हैं ,वे लोग चोटियों पर रस्सी और सीढ़ियाँ लगाकर उन ऊँची पहाड़ियों में शिलाजीत की खोज करते हैं। और शिलाजीत को इक्कठा करके उसे बाद में शुध्द(pure) किया जाता है। शिलाजीत शुद्ध किया होना चाहिये उसके पश्चात ही आयुर्वेद में आयुर्वेदक चिकित्सा में इसे इस्तेमाल किया जाता है। ह्यूमिक एसिड ,ह्युमिंस ,फुल्विक एसिड जैसे तत्व पहाड़ों से कम्प्रेस होकर ये निकलता है।
86 प्रकार के तत्व इसमें पाए जातें हैं
86 खनिज तत्त्व इसमें मौजूद होतें हैं। इसलिए ये शरीर के लिए कई तरह से लाभदायक होता है। इसके साथ ही जब ये तत्त्व शरीर में जातें हैं तो शरीर में ब्लड का संचार तेज होता है।
किनको नहीं लेना चाहिए -
- हाई ब्लड प्रेशर - 86 मिनरल्स वाली ये औषधि काफी लाभदायक होती है लेकिन जब ये मिनरल्स शरीर में जातें हैं तो ब्लड प्रेशर तेज हो जाता है/ बढ़ जाता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर वालों को यह नहीं लेना चाहिए।
- दिल के मरीज को भी यह नहीं लेना चाहिए।
असली और नकली का फर्क -
अच्छी तरह फ़िल्टर नहीं होने वाला शिलाजीत शरीर के लिए सही नहीं होता इसलिए ज्यादा समय तक सही तरह से फ़िल्टर नहीं किया गया शिलाजीत नुकसान पहुँचाता है।
- असली शिलाजीत की पहचान एक तरह पता चल पाती है उस दवाई का मेडिकल टेस्ट होना जरुरी होता है। क्यूंकि शुद्ध शिलाजीत में 86 तरह के मिनरल्स पाए जातें हैं जिसमे यह नहीं होते वह शिलाजीत नकली होता है। शुद्ध शिलाजीत को तैयार में लगभग 40 दिन का समय लगता है।
- दूसरा तरीका ये है कि इसे पानी में डालने पर ये पानी में नीचे की ओर रेशे के रूप में आता है।
- इसको जलाकर देखना चाहिए क्यूंकि जलाकर इसमें धुआँ नहीं आता है। ये जलाते वक्त धुवां रहित(smoke free )होता है।
लाभ/फायदे -
- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- मनुष्य का तंत्रिका तंत्र ठीक रहता है।
- अल्जाइमर को ठीक करने में सहायक।
- दिमाग के लिए लाभदायक।
- शुगर लेवल में भी इसके फायदे देखने को मिले हैं।
- हड्डी के जोड़ में लिए लाभकारी।
- शिलाजीत बुढ़ापे में शरीर को स्वस्थ बनाने में सहायक होता है।
- यह खून की कमी को दूर है। यह शरीर में ब्लड का फ्लो तेज करता है।
- शरीर में ऊर्जा पैदा करता है और चुस्त बनाये रखता है।
- पुरुषों में ताकत को बढ़ाता है,पुरुष हॉर्मोन (टेस्टोस्टरोन) को बनाने और में मदद करता है।
- खासतौर पर इसे पुरुषों में वीर्य(स्पर्म) की कमजोरी के लिए भी ये दिया जाता है,मार्केट में इसको पुरुषों