जानु बस्ति :- पंचकर्म में कई थेरेपी होती है।जो शरीर की बीमारियों को दूर करने में मदद करता है ऐसे ही एक थेरेपी है जानू बस्ती। जानू का अर्थ है घुटने का जोड़ ,घुटने के दर्द को दूर करने के लिए जानु बस्ती की जाती है। घुटनों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। जैसे बढ़ती उम्र के साथ घुटनों की स्निगधता (लुब्रिकेशन ऑफ़ जॉइंट्स या घुटनो का ग्रीस )यानिकि घुटनों की हड्डियों में movement सरलता से न होना। घुटनो में दर्द arthritis के कारण भी होता है , इन सभी तरह के दर्द को पंचकर्म में जानु बस्ती द्वारा ठीक किया जाता है।
क्या होता जानु बस्ती :-
जानु बस्ती :- जानु बस्ती में घुटनो के दर्द को दूर करने लिए घुटनों के चारो तरफ सफ़ेद उड़द की दाल के आटे को घुटनों के चारों तरफ एक बाउण्ड्री बनाकर उसके अंदर औषधि युक्त तेल (महानारायण तेल,क्षीरबला तेल,सहचर तेल, निर्गुन्डी तेल) को उसके अंदर डाला जाता है। उड़द के दाल का आटा काफी चिकना होता है इसलिए इस आटे को जानू बस्ती में इस्तेमाल किया जाता है। इस तेल को घुटने का ग्रीस बढाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में यह दर्द वात दोष के कारण होता है जानु बस्ती वात दोष को खत्म करके दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है।
किस कारण से बढ़ती उम्र में दर्द होता है ?
जब घुटनों के जॉइंट्स के बीच बढ़ती उम्र के साथ ग्रीस कम हो जाता है तो घुटनों के बीच की हड्डियों में घर्षण होता है और घुटने की हड्डी (joints)घिसती है। जिस कारण घुटनों में दर्द ,सूजन ,अकड़न होती है। इसी घुटने की normal movement को वापस लाने और दर्द कम करने के लिए जानु बस्ती की जाती है।